–वीडियो कॉन्फ्रे सिंग से परियोजना स्थल पर नवनिर्मित प्रशासनिक भवन का डिजिटली उद्घाटन
–परियोजना की प्रत्येक 660 मेगावाट की दो ईकाईयों के लिए दो बॉयलर स्थापित किए जाएगे
–परियोजना की पहली इकाई को जून 2023 तक कमीशन कर दिया जाएगा
एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रे सिंग के माध्यम से 1320 मेगावाट बक्सर ताप विद्युत संयंत्र चौसा बक्सर बिहार के प्रथम बॉयलर की बुनियादी संरचना की आधारशिला रखी। उन्होंने परियोजना स्थल पर नवनिर्मित प्रशासनिक
भवन का डिजिटली उद्घाटन भी किया। डिजिटल अनावरण समारोह के दौरान निदेशक कार्मिक गीता कपूर निदेशक सिविल एसपी बंसल निदेशक वित्त एके सिंह निदेशक विद्युत सुशील शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे तथा एसजेवीएन थर्मल प्राईवेट लिमिटेड के सीईओ संजीव सूद तथा एसटीपीएल के अन्य वरिष्ठथ
अधिकारी परियोजना स्थल पर उपस्थित थे। परियोजना का कार्यान्वयन एसजेवीएन लिमिटेड की पूर्णस्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन थर्मल प्राईवेट
लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। नंद लाल शर्मा ने बताया कि परियोजना सुपर क्रिटिकल प्रौद्योगिकी जीरो डिस्चार्ज संकल्परना के लिए क्लोज्डऱ सायकल वाटर री.सर्कुलेशन प्रणाली पर आधारित है। नंद लाल शर्मा ने आगे बताया कि परियोजना की प्रत्येक 660 मेगावाट की दो ईकाईयों के लिए दो बॉयलर स्थापित किए जाने है। स्टेाट ट्रांसमिशन यूटिलिटी बिहार ने पहले ही इस परियोजना के लिए विद्युत निकास प्रणाली को स्वी्कृति प्रदान कर दी है। जनवरी2018 के मूल्य स्तलर पर परियोजना की आकलित लागत 10,439 करोड़ रुपए है। नंद लाल शर्मा नेे कहा कि बिहार सरकार के साथ विद्युत खरीद समझौते के अनुसार परियोजना राज्य को उत्पादित विद्युत का कम से कम 85 फीसदी प्रदान
करेगी जो बिहार में विद्युत की मांग की आपूर्ति में सुधार करेगी। यह परियोजना बिहार के औद्योगिक विकास के लिए बहुत ही महत्वापूर्ण है जो रोजगार सृजन के लिए मल्टीप्लायर का काम करेगी और इसके परिणामस्वरूप लगभग 2400 व्यवक्तियों को प्रत्यरक्ष और अप्रत्यिक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। परियोजना स्थरल पर प्रशासनिक कार्यालय का उद्घाटन करते हुए शर्मा ने कहा
कि यह परियोजना को समय पर पूरा करने की दिशा में सहायक सिद्ध होगा। हालांकि कोविड.19 महामारी ने विश्वभर में निर्माण कार्यों को अत्यादधिक प्रभावित किया है, परंतु एसजेवीएन कर्मचारियों की प्रतिबद्धता को ध्यान
में रखते हुए उन्हों्ने आश्वस्त किया कि परियोजना को निर्धारित लक्ष्यों व पहली इकाई को जून 2023 तक कमीशन तथा दूसरी इकाई को दिसंबर,2023 तक
कमीशन कर दिया जाएगा। यह परियोजना 2023 तक 5000 मेगावाट कंपनी 2030 तक 12000 मेगावाट कंपनी तथा 2040 तक 25000 मेगावाट कंपनी बनने के एसजेवीएन के सांझा विजऩ को प्राप्तत करने की दिशा में एक महत्व पूर्ण कदम होगा। एसजेवीएन की वर्तमान स्थापित क्षमता 2016.51 मेगावाट है तथा 5674 मेगावाट की परियोजनाएं विकास के विभिन्नग चरणों में है। एसजेवीएन की उपस्थिति विद्युत उत्पादन के विभिन्ना क्षेत्रों में हैं जिसमें जलविद्युत पवन एवं
सौर विद्युत शामिल है। कंपनी की उपस्थिति विद्युत ट्रांसमिशन के क्षेत्र में भी है।