शिमला : कोरोना वायरस पर शिक्षण संस्थानों में आगामी 31 मार्च तक आकस्मिक छुट्टियों में सरकारी शिक्षकों को स्कूल जाना होगा। भले ही राज्य सरकार द्वारा स्कूलों, कॉलेजों, विवि और तकनीकी संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया हो। लेकिन शिक्षक व गैर शिक्षक वर्ग के लिए ये अवकाश नहीं है। शासन की तरफ से उन्हें सोमवार से ड्यूटी पर आने के फरमान जारी किए गए हैं।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने रविवार देर शाम स्पष्ट कर दिया कि सभी शिक्षण संस्थानों में काम करने वाले अध्यापकों और कर्मचारियों को कार्यालय आना होगा। इससे पहले अवकाश को लेकर शिक्षकों में असमंजस की स्थिति बन गई थी। दरअसल बीते शनिवार को सरकार की तरफ से जारी की गई अधिसूचना में शिक्षण संस्थानों में 31 मार्च तक अवकाश का तो उल्लेख किया गया था, लेकिन शिक्षको व गैर शिक्षकों के बारे में कोई जिक्र नहीं था। केवल परीक्षाओं के यथावत जारी रहने के निर्देश थे। इसे लेकर बोर्ड परीक्षा ड्यूटी वाले शिक्षकों के अलावा बाकी स्कूल शिक्षक पशोपेश में थे कि सोमवार से अगले आधे महीने घर में बैठे रहें या ड्यूटी करें।अहम बात यह है शिक्षकों की छुट्टी को लेकर विभागीय अधिकारी भी रविवार दिन भर चुप्पी साधे रहे। दूसरी तरफ निदेशक तकनीकी शिक्षा, व्यवसायिक एवं औधौगिक प्रशिक्षण की तरफ़ से जारी अधिसूचना में स्पष्ट कर दिया गया है कि सोमवार से 31 मार्च तक सभी शिक्षक व गैर शिक्षक स्टाफ को तकनीकी संस्थानों (इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, फार्मेसी व आईटीआई) में उपस्थित रहना होगा। लेकिन प्रारंभिक व उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से ऐसी कोई अधिसूचना जारी नहीं की
