कांग्रेस पार्टी के नेता देवेश चंदेल ने कहा कि देश में कोरोना संकट के कारण व केंद्र सरकार की ख़राब आर्थिक नीतियों के कारण देश में गंभीर बेरोजगारी से आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, आने वाला समय बेहद तनाव भरा भारत की इकॉनमी को लेकर दिखता है ऐसे में यदि सबसे ज़्यादा आहत कोई होगा तो वह ग़रीब व मध्यम वर्गीय परिवार व मध्यम वर्गीय व्यापारी होगा ऐसे में इन लोगों को बचाने के लिए केंद्र सरकार इनके क़र्ज़ का छह महीने का ब्याज माफ़ करने पर गहनता से विचार करें ताकि इन लोगों को सीधा लाभ मिल सके अन्यथा लोग गंभीर आर्थिक तनाव में जा रहे हैं तथा उन्हें भविष्य में भी कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा है।
देवेश चंदेल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के बहुत से युवा बाहर प्रदेशों में या विदेश में नौकरी या व्यवसाय करते थे वो भी काफ़ी मात्रा में हिमाचल वापिस आ गए हैं ऐसे में प्रदेश सरकार को रोज़गार सृजन के ऊपर प्राथमिकता से काम करने की ज़रूरत है ताकि जो लोग बेरोज़गार हुए हैं उन्हें अपने प्रदेश में कुछ काम मिल सके जिससे उन्हें बाहर न जाना पड़े। देवेश चंदेल ने कहा कि रोज़गार सृजन के लिए प्रदेश सरकार एक एक्सपर्ट कमेटी तैयार करे जिसमें कोई राजनीतिक व्यक्ति न होकर आर्थिक मामलों से संबंधित लोगों को चुना जाए जो प्रदेश सरकार को रोज़गार सृजन के ऊपर विस्तृत जानकारी व दिशा प्रदान करवा सके।
देवेश चंदेल ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार किसी पूर्व RBI गवर्नर की अध्यक्षता में कमेटी गठित करती है तो उनके आर्थिक अनुभव का फ़ायदा प्रदेश को मिल सकता है।
देवेश चंदेल ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल के युवाओं के स्किल मैपिंग करवाए वह उनको हर मूलभूत सुविधा प्रदान करने के लिए ज़रूरी रियायतें मुहैया करवाए।
