14 अगस्त की तारीख दर्शाते हुए सोमवार सुबह प्रदेश उच्च न्यायालय ने अपने आदेशों में प्रदेश विश्वविद्यालय को आदेश दिए कि वह परीक्षा शेड्यूल के मुताबिक आगामी कार्रवाई न करे। प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से उच्च न्यायालय को बताया गया था कि इस मुद्दे को लेकर पहले ही सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष मामला चल रहा है जिस पर आदेश आना संभावित है। हाईकोर्ट ने मामले पर सुनवाई 19 अगस्त के लिए निर्धारित की है। न्यायाधीश सुरेश्वर ठाकुर और न्यायाधीश सीबी बारोवालिया की खंडपीठ के समक्ष इस मामले की सुनवाई हुई है।
ऐसे में मंगलवार दोपहर तक इस मामले को लेकर स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है। सोमवार को हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद अफरातफरी मची रही। सुबह के सत्र में तो परीक्षाएं हाईकोर्ट के इन आदेशों की जानकारी न होने के चलते सुचारु तौर पर हो गईं लेकिन दोपहर के सत्र की परीक्षाओं को लेकर संशय बना रहा। हालांकि, दोपहर करीब डेढ़ बजे शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि दो बजे होने वाली परीक्षा भी होगी। इसे नहीं रोका जाएगा। उल्लेखनीय है कि सरकार ने यूजीसी की गाइडलाइन का हवाला देते हुए और सुप्रीम कोर्ट से परीक्षाओं पर रोक नहीं लगाए जाने की बात कहते हुए मंगलवार को परीक्षा लेने का फैसला लिया था। लेकिन देर शाम तक परीक्षाएं एक दिन के लिए स्थगित करने के आदेश जारी कर दिए गए।