प्रवासी श्रमिकों, छोटे किसानों, रेहड़ी फड़ी वालों व मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए केंद्र सरकार ने खोले राहत के द्वार : धूमल

प्रवासी श्रमिकों, छोटे किसानों, रेहड़ी फड़ी वालों व मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए केंद्र सरकार ने खोले राहत के द्वार : धूमल


पूर्व मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार के एजेंडे को बताया मजदूर, किसान व मध्यम वर्गीय कल्याणोन्मुख

मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी द्वारा घोषित किये गए 20 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज के चरण दो को मजदूर,किसान व  मध्यम वर्ग के लिए कल्याणकारी बताते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं  पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने कहा है कि केंद्र सरकार ने प्रवासी श्रमिकों, छोटे किसानों, रेहड़ी फड़ी वालों और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए राहत के द्वार खोलें हैं। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरवार को राहत पैकेज के चरण दो की घोषणाओं से  केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मल सीतारमण ने देश के बहुत बड़े वर्ग को राहत भरी सांस दिलाई है।  उन्होंने कहा रेहड़ी फड़ी व स्टाल लगाने वालों को  दस हज़ार रुपए का विशेष लोन देने का राहत भरा कदम  इन लोगों को फिर से अपना रोजगार शुरू करने में सहायक सिद्ध होगा। मुद्रा शिशु लोन लेने वाले छोटे व्यापारियों को ब्याज में दी गयी छूट सहायक बनेगी। 

   तीन करोड़ छोटे और सीमांत किसानों को लाभ देने के लिए तीस हज़ार करोड़ रुपए के इमरजेंसी केपिटल के अतिरिक्त प्रावधान किए हैं।  ढाई करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट के माध्यम से 2 लाख करोड़ कनसेशनल क्रेडिट की सुविधा दी जाएगी। विगत तीन महीनों में भी तीन करोड़ किसानों को कृषि ऋण पर लोन मोरेटोरियम का लाभ दिया गया है। 

   संकट में फंसे प्रवासी मजदूरों को राहतें पहुंचाने के लिए फ़ैसले लिए गए हैं। प्रवासी मजदूरों को कम किराए में रहने के लिए घर मिलेगा। न्यूनतम मजदूरी सबको मिले इसके लिए श्रम कानून में सुधार किये जा रहे हैं। प्रवासी मजदूरों के कल्याणार्थ राज्यों को आपदा फंड के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है। आठ करोड़ प्रवासी मजदूरों को दो माह का राशन मुफ्त दिया जाएगा। घर वापस जाने वाले प्रवासी मजदूरों को  मनरेगा में रोजगार दिया जा रहा है।  वन नेशन वन राशन कार्ड से देश के किसी भी राशन डिपो में प्रवासी आनाज ले सकते हैं । 

 मिडल क्लास को  हाउसिंग सेक्टर में लाभ पहुंचाने के लिए  क्रेडिट लिंक सब्सिडी स्कीम को 31मार्च 2021 तक बढ़ा दिया गया है। वन सरंक्षण, वनीकरण, वृक्षारोपण, वन्यजीव सरंक्षण व प्रबन्धन के क्षेत्र में छः हज़ार करोड़ रुपयों की योजनाओं को मंजूरी देकर रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के सभी कदमों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी का आभार व्यक्त किया है।

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