गुरुग्राम
देश मे कई जगह लॉकडाउन की वजह से कई लोगों का बुरा हाल है, उन्हें ठीक तरीके से खाने को भी नहीं मिल रहा है। ऐसे ही बीएसएनल के एक कर्मचारी का हाल इतना बुरा हो गया कि उसे मजबूरी में घास खानी पड़ी। दो माह से सुरक्षा गार्ड को वेतन नहीं मिला था जिसकी वजह से वो अपना और अपने परिवार का पेट नहीं भर पा रहा था। उसके सारे पैसे खत्म हो गये और खाने का कोई साधन नहीं बचा। इस दौरान भी वो लगातार ड्यूटी करता रहा। मंगलवार को ड्यूटी के दौरान जब उसे कुछ खाने को नहीं मिला तो उसने पानी के साथ हरी घास खाई और पेट भरा। सुरक्षा गार्ड का नाम संजीव बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि सुरक्षा गार्ड संजीव ने एक साल से बीएसएनएल की निजी गाड़ी में ड्राइवर था, लेकिन उसे उसका भुगतान नहीं मिला, फिर लॉकडाउन की वजह से जब गाड़ी चलनी बंद हो गई तो उसने एक निजी ठेकेदार से बात करके बीएसएनएल में ही एक सुरक्षा गार्ड की नौकरी शुरू कर दी। गुरुग्राम के सेक्टर-12ए स्थित बीएसएनएल कार्यालय में वह नाइट ड्यूटी करता है। मंगलवार को दिन के समय वह पूरा दिन भूखा रहा और रात में भूखा ही ड्यूटी करने आया। जब रात को उसे बहुत भूख लगी तो परेशान होकर उसने वहीं लगी हरी घास को पानी के साथ खाया और अपनी भूख शांत करने की कोशिश की।
संजीव ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों के सामने वो कई बार सैलरी देने की बात कह चुका है लेकिन उसकी नहीं सुनी जाती है। वहीं वेतन देने की गुहार लगाने के बाद भी किसी ने भी वेतन नहीं दिया। वहीं गुरुग्राम बीएसएनएल के महाप्रंधक उपेंद्र तिवारी का कहना है कि सुरक्षा गार्ड ने शराब पीकर ऐसी हरकत की है। इसकी जांच के लिए सुरक्षा गार्ड के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं और ठेकेदार को भी नोटिस दिया गया है।