कास्टेबल पूर्णानन्द को Railway Minister’s Medal for Bravery अवार्ड / 1,00000/-(एक लाख) रूपये से पुस्स्कृत।।
—अपराधी ने चाक़ू से छाती पर कर दिए थे तीन वार।। गम्भीर रूप से घायल और खून से सने कपड़ों के बाद भी अपराधी का लगभग 50 मीटर और आगे तक पीछा किया।।
दिनांक 08.08.2019 को रेलवे स्टेशन शिमला पर रात्रि ड्यूटी में कॉन्स्टेबल पूर्णानंद रेसुब बाहरी चौकी शिमला में तैनात था।। इस दौरान रात्री समय लगभग 02.30 बजे एक बाहरी व्यक्ति ने रेलवे स्टेशन शिमला से प्राचीन वस्तुओं की छेड़छाड़ व चोरी करने के उद्देश्य से अनाधिकृत रूप से प्रवेश किया था, जिसे उक्त कॉन्सटेबल ने देखा और ललकारा तो वह भागने लगा।। इसके बाद उसे पकड़ने के लिए बिना देरी किए उस व्यक्ति का पीछा किया और लगभग एक किलोमीटर तक पीछा करने के बाद उस अपराधी को पकड़ लिया। इसी बीच अपराधी ने अचानक पूर्णानंद पर चाक़ू से छाती पर तीन वार कर दिए, जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। गम्भीर रूप से घायल होने व खून से सने कपड़ों के बावजूद भी कॉन्सटेबल ने अपराधी का लगभग 50 मीटर और आगे तक पीछा किया।। डरकर अपराधी लगभग 20 फीट उंचाई से छलांग लगा कर भागने में कामयाब रहा लेकिन घटना क्रम के दौरान अपराधी घायल हो गया और वहाँ पर रोशनी होने के कारण पूर्णानंद ने उक्त अपराधी की पहचान कर ली और इस मामले को सुलझाने में यह महत्वपूर्ण तथ्य साबित हुआ।।
अपराधी को पकड़ने के लिए रेसुब स्टाफ की विशेष टीम द्वारा संदिग्ध अपराधियों के फोटोग्राफ कॉन्सटेबल पूर्णानन्द को दिखाए, जिसके द्वारा अपराधी की पहचान की गई और अपराधी को पकड़ने में सफलता हासिल की और अपराधी को सिविल पुलिस, शिमला पर दर्ज FIR No. 0177/19, u/s 307, 333, 332, 324 व 379 IPC के तहत अग्रिम वैधानिक कार्यवाही हेतु सुपुर्द किया गया।। अकेला होने के बावजूद कुछ भी सोचे-समझे व अपनी जान की परवाह किये बिना कॉन्सटेबल पूर्णानंद द्वारा रेलवे संपत्ति की सुरक्षा करते हुए साहसिक कार्य किया गया था जिसके लिए मंडल रेल प्रबंधक श्री गुरिंदर मोहन सिंह ने कांस्टेबल पूर्णांनंद के लिए सराहना स्वरूप पुरूस्कार के लिए उच्च अधिकारियों को अनुशंसा की थी जिसके परिणामस्वरूप कास्टेबल पूर्णानन्द को Railway Minister’s Medal for Bravery अवार्ड व कुल 1,00000/-(एक लाख) रूपये से पुस्स्कृत किया गया है।।