कोरोना वायरस के कुछ मामले देश के कुछ हिस्सों में पाए गए हैं। शिमला में सभी निवासियों को सूचित किया जाता है कि इससे किसी भी तरह से घबराने की आवश्यकता नहीं है। रोकथाम के पूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। जो मरीज़ IGMC में भर्ती भी हुए थे उनकी टेस्ट रिपोर्ट नेगटिव आयी है।ज़िला प्रशासन द्वारा प्रारम्भिक तैयारियांः- आई.ई.सी (शिक्षा के माध्यम से जागरूकता)
सभी शिक्षण संस्थानों में, आंगनबाड़ियों और ग्राम पंचायतों में इसकी जानकारी देने बारे गतिविधियां चलाई जा रही है।
**निचले स्तर से जागरूकता फैलाने के लिए आई.ई.सी सामग्री क्षेत्रीय कार्यालयों जैसे कि उपमण्डलाधिकारी(ना0), खण्ड विकास अधिकारी, तहसील स्तर पर उपलब्ध करवा दी गई है।
*जनता को सूचित करने के लिए जानकारी हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर दी गई है।
*जिले के सभी अस्पतालों में दवाईयां का पर्याप्त भण्डार उपलब्ध है।
**इंदिरा गांधी महाविद्यालय व दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में आईसोलेशन वार्ड स्थापित कर दिया गया है। इसी प्रकार सब डिविज़नल हेड्क्वॉर्टर्ज़ पर हॉस्पिटल में आयसलेशन वार्ड की स्थापना की है यदि इस तरह की स्थिति उत्पन्न होती है तो अलग से प्रबन्ध किए जाएंगे।
**हालहि में नेपाल से आए नेपाली नागरिकों की जांच की जा रही है।
2) जो सावधानियां अपनाई जाएंः-
*नियमित तौर पर अल्कोहल मिश्रित हाथ धोने वाला तरल पदार्थ से या साबुन व पानी से हाथों को अच्छी तरह से साफ करें इससे आपके हाथों में पैदा होने वाले वायरस मर जाएंगे।
*खांसने व छींकने वाले व्यक्ति से 3 फीट की दूरी बनाएं।
*खांसते या छींकते समय मुंह व नाक को अपनी कोहनी या टिशू से ढक लें। टीशू को उसी समय नष्ट कर दें।
*यदि आपको बुखार या खांसी हो व सांस लेने में कठिनाई आ रही है तो एकदम या उसी समय डाॅक्टर के पास जाकर चिकित्सीय सलाह अवश्य लें।
*अच्छा व संतुलित भोजन जिसमें विटामिन सी हो जो आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है लें।
*पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
*यदि आप हाल ही में चीन, जापान, होंग-कोंग, सिंगापुर, थायलैंड, कोरिया, मलेशिया, वियतनाम, इण्डोनेशिया, इटली, ईरान या नेपाल से यात्रा करके आए हैं तो अन्य लोगों से दूर रहें व 14 दिन तक घर में ही रहें तथा मास्क का उपयोग करें।
3) लक्षण:-
**खांसी, बुखार व सांस लेने में कठिनाई इसके लक्षण हैं।
**यदि सामान्य जुखाम है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है परन्तु चिकित्सक के पास तुरन्त जाएं, यह निमोनिया में भी परिवर्तित हो सकता है।
4) की जाने वाली कार्रवाई:-
**यदि किसी को भी जानकारी मिलती है कि कोई व्यक्ति चीन, जापान, सिंगापुर, होंग-कोंग, कोरिया, ईरान, नेपाल, इण्डोनेशिया, इटली से आया है तो उसके बारे में 104 नम्बर पर सूचित करें ताकि उन्हें चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।
**आप 104 नम्बर पर जो स्वास्थ्य सहायता का नम्बर है अथवा प्राकृतिक आपदा सेल के 1077 नम्बर पर भी बात करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ऽ चिकित्सीय सहायता अवश्य प्राप्त करें, यदि ऊपर दिए गए लक्षण दिखाई दें या निमोनिया के लक्षण दिखाई दें तो डाॅक्टर से अवश्य सम्पर्क करें।
आपसे पुनः अनुरोध है कि घबराएं नहीं सभी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं प्रशासन को भी आप सभी सहयोग करें जिससे कि हम सभी मिल कर इस स्थिति से निपट सकें।