शिमला हिल्स क्वीन की हरी भरी वादियों में शहरवासी और सैलानी पांच से दस रुपये शुल्क देकर स्मार्ट साइकिलिंग का मजा लेने के साथ सेहत भी बनाएंगे। खासतौर पर महिलाओं में साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए पिंक साइकिलें चलाई जाएंगी। लोग डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भी साइकिल चलाने का शुल्क दे सकेंगे।डिजिटल भुगतान के अलावा साइकिलों में इंटरनेट सुविधा मिलेगी। जीपीएस सिस्टम से हर साइकिल की ट्रैकिंग भी हो सकेगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में शुरू की जा रही बाइक शेयरिंग स्कीम के तहत सोमवार को बंगलूरू की कंपनी ने नगर निगम आयुक्त पंकज राय के समक्ष प्रेजेंटेशन दी। बताया कि योजना के तहत शहर में चलाई जाने वाली सभी साइकिलें मेड इन इंडिया होंगी। सभी राइडरों को हेल्मेट दिए जाएंगे।कंपनी पैडल वाली ईवी साइकिलें मुहैया करवाएगी। साइकिल स्टेशन पर डिजिटल स्क्रीन लगेंगी। लोग और सैलानी साइकिलों का इस्तेमाल करने को कैश के अलावा यूपीआई, मोबाइल वॉलेट, डेबिट या क्रेडिट कार्ड से भी शुल्क दे सकेंगे। नगर निगम ने इस स्कीम के लिए बंगलूरू की कंपनी को शॉर्टलिस्ट किया है। जल्द इसे टेंडर अवार्ड किया जाएगा।
कंपनी सैंपल के तौर पर कुछ साइकिलें भी साथ लाई थी। नगर निगम आयुक्त पंकज राय ने खुद एक साइकिल पर राइड ली। नगर निगम नए साल से पहले ही शहरवासियों को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत साइकिलिंग की सुविधा देने की तैयारी कर रहा है। पहले चरण में दो रूट तय कर लिए हैं। सीटीओ से समरहिल और दूसरा शिमला क्लब से छोटा शिमला तक साइकिल ट्रैक बनाकर साइकिलिंग की सुविधा देने की तैयारी है।