टीसीपी सब कमेटी जन भावनाओं को ध्यान में रख कर देगी अपनी सिफारिशें
वन, परिवहन, युवा सेवाएं, खेल मंत्री एवं टीसीपी सब कमेटी के सदस्य गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार के लिए जनहित सर्वोपरि हैं। टीसीपी सब कमेटी जन भावनाओं को ध्यान में रख कर अपनी सिफारिशें देगी। लोगों को हर संभव मदद देने और टीसीपी से जुड़ी उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए निर्णायक प्रयास किए जा रहे हैं। वे आज वीरवार को कांगड़ा जिले के धर्मशाला व पालमपुर के अन्तर्गत विभिन्न जगहों पर योजना क्षेत्र और विशेष क्षेत्र में सम्मिलित ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों और आम नागरिकों के लिए आयोजित जन सुनवाई में लोगों से रूबरू हुए।
ठाकुर ने कहा कि कमेटी लोगों की शिकायतों, सुझावों पर गंभीरता से गौर कर अपनी सिफारिशें सरकार को देगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर लोगों को हो रही समस्याओं से परिचित हैं। उन्होंने लोगों को राहत देने के लिए ही टीसीपी सब कमेटी बनाई है। केबिनेट सब कमेटी के सदस्य गोविंन्द सिंह ठाकुर ने अधिक समय तक ग्रामीणों की बातें सुनी और उन सभी बातों को अपने पास नोट कर लिया। गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि अब ग्रामीणों की बातों पर अधिकारियों के साथ बैठकर चर्चा की जाएगी और उसके बाद इसे कैबिनेट में भेजा जाएगा। गोविंद सिंह ठाकुर ने स्पष्ट किया कि ग्रामीणों को टीसीपी से बड़ी राहत दिलाने के उद्देश्य से ही सब कमेटी का गठन किया गया है।
ग्रामीणों ने इस एक्ट के कारण आ रही दिक्कतों के बारे में मंत्री जी को अवगत करवाया तथा मंत्री से सभी ग्रामीण इलाकों को टीसीपी व साडा से बाहर करने सुझाव दिया। इसके बाद गोविंद सिंह ठाकुर ने टीसीपी के दायरे में आए ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उन्हें भी जल्द राहत देने का भरोसा दिलाया।
इस अवसर पर नगरोटा बगवां के विधायक अरुण मेहरा, धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया, बैजनाथ के विधायक मुलख राज प्रेमी, पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल, एडवोकेट जनरल हिमांशु मिश्रा, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा इंदु गोस्वामी उपायुक्त राकेश प्रजापति, एडीएम मस्त राम भारद्वाज, नगर निगम धर्मशाला के उप-महापौर ओंकार नेहरिया, विभिन्न उपमंडलों के एसडीएम, नगर योजनाकार चित्र लेखा कपूर, सहायक नगर योजनाकार धर्मशाला रसिक शर्मा, सहायक नगर योजनाकार पालमपुर रोहित भारद्वाज, योजना अधिकारी शगुन शर्मा, नगर निगम धर्मशाला के पार्षद, नगर परिषद पालमपुर की अध्यक्षा राधा सूद, पार्षद, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
