हमीरपुर जिले के टौणी देवी के समीप एक सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की लैब में साइंस के प्रेक्टिकल के दौरान दसवीं कक्षा की तीन छात्राओं पर कक्षा के ही सहपाठी छात्र ने तेजाब फेंक दिया। दो छात्राओं के हाथ और बाजुओं, जबकि एक छात्रा के मुंह पर तेजाब की बूंदें गिरी हैं। प्रेक्टिकल के लिए स्कूल प्रशासन ने इस तेजाब में पानी मिलाया हुआ था, जिसके चलते इसका ज्यादा असर नहीं रहा।
आंशिक रूप से झुलसी तीनों छात्राओं को तुरंत उपचार के लिए सिविल अस्पताल टौणी देवी में भर्ती करवाया गया। यहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद सभी छात्राओं को घर भेज दिया। चिकित्सकों ने बताया कि तेजाब में पानी मिलाया हुआ था जिस कारण इसका शरीर पर अधिक असर नहीं दिखा। अगर शुद्ध तेजाब होता तो तीनों छात्राओं की जिंदगी बर्बाद हो सकती थी। उपचार के साथ ही मेडिकल विशेषज्ञों ने तीनों छात्राओं के मेडिकल लीगल सर्टिफिकेट्स (एमएलसी) भी जारी कर दिए हैं। ताकि आगामी कानूनी कार्रवाई में आसानी रहे।
वहीं सूचना मिलने के बाद पुलिस ने स्कूल प्रशासन और टौणी देवी अस्पताल प्रशासन से संपर्क कर मामले की जानकारी हासिल की। पुलिस का कहना है कि देर शाम तक तीनों ही छात्राओं के घर से अभी तक कोई शिकायत नहीं दी गई है। इस बारे में स्कूल प्रशासन ने भी पुलिस में शिकायत नहीं दी है। लेकिन अस्पताल में एमएलसी कटने के बाद पुलिस ने अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने टौणी देवी अस्पताल में तीनों छात्राओं की एमएलसी के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। एस एच् ओ थाना सुजानपुर ने कहा कि जांच चल रही जल्द मामला दर्ज किया जाएगा।
लेकिन खबर आने तकअभी तक परिजनों और स्कूल ने इस बारे में कोई शिकायत नहीं दी है। सीएमओ हमीरपुर डॉ. अर्चना सोनी ने कहा कि बीएमओ टौणीदेवी का मोबाइल फोन स्विच ऑफ होने के कारण उनसे कोई बात नहीं हो पाई है। उच्चत्तर शिक्षा विभाग हमीरपुर के कार्यकारी उपनिदेशक अजय पटियाल ने कहा कि पुलिस में मामला दर्ज करवाया जा रहा है। इस मामले में सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।