पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा क्षेत्र के हजारों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाता रहा है संस्थान
भोटा के 15 किलोमीटर के दायरे के 952 गांवों की 3 लाख से अधिक की आबादी अब तक ले रही थी लाभ
हमीरपुर 27 नवम्बर 2024
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने हमीरपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि राधा स्वामी सत्संग व्यास द्वारा स्थापित एवं संचालित भोटा चेरिटेबल होस्पिटल विगत कई वर्षों से इलाके के लोगों के लिए उपचार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल भोटा के आसपास के 15 किलोमीटर के दायरे के 952 गांव की तीन लाख से अधिक की आबादी को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवा रहा है। इस अस्पताल में आम जनमानस को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं अति उत्तम माहौल में संस्थान प्रबंधन और चिकित्सा टीम द्वारा उपलब्ध लगातार करवाया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले कुछ समय के पश्चात इस अस्पताल के संचालक को बंद किए जाने की खबरें कदापि जनहित में नहीं हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने प्रथम कार्यकाल में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिन्दर सिंह जी से ऐसे संस्थान के लिए बात की थी। और उनकी कृपा से वर्ष 1999 में इस अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हुआ। तब से लेकर अब तक इस अस्पताल ने निरंतर 24 घंटे क्षेत्र के लोगों को समर्पित रहते हुए काम किया एक बढ़िया माहौल में उन्हें बेहतर चिकित्सा संस्थान की सुविधा उपलब्ध करवाई। न जाने कितने हैं लोग अब तक इस संस्थान से उपचार प्राप्त कर अच्छे तरीके से अपना जीवन जी रहे हैं। इस संस्थान का ऐसे बंद हो जाना चिंता का विषय है सरकार को इस और ध्यान देना चाहिए। सड़क शिक्षा और स्वास्थ्य बुनियादी सुविधाएं होती हैं जिन्हें जनता को उपलब्ध करवाना सरकार का प्रथम कर्तव्य होता है। हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के अकेले प्रयास प्राप्त नहीं है ऐसे में इस तरह के चैरिटेबल स्वास्थ्य संस्थान सरकार और जनता दोनों के लिए ही फायदेमंद है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सुझाव देते हुए कहा कि भोटा चैरिटेबल हॉस्पिटल के सुचारू संचालन के लिए सरकार को उचित व्यवस्था करनी चाहिए। इस उद्देश्य की पूर्ति में जो भी अड़चन आ रही है उसको दूर करना चाहिए। और स्वास्थ्य क्षेत्र में इस अस्पताल की उपस्थित की महत्वता को समझते हुए एक बेहतर माहौल और अनुकूल परिस्थितियां बनाकर देनी चाहिए ताकि यह संस्थान और अच्छे तरीके से आम जनमानस के स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी समस्याओं को दूर कर सके।