अधिक धन होने से दान नहीं होता,
बड़ा हृदय होने पर दान होता है। शिमला की जिया वर्मा और अहाना वर्मा ने चरितार्थ कर दिया है। दोनों बेटियां शिमला के लोरेटो कॉन्वेंट तारा हॉल में अध्ययनरत हैं। इन्होंने रविवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को आपदा राहत कोष में अपनी गुल्लक दान कर दीं। जिया की गुल्लक में 9806 रुपये और अहाना की गुल्लक में 10229 रुपये निकले हैं। यह दान उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रेरित होकर दिया है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने बीते दिनों अपनी, पत्नी और बेटियों की जमा पूंजी के 51 लाख रुपये दान आपदा राहत कोष में दान कर दिए थे। अब उनके खातों में मात्र 17 हजार रुपये बचे हैं। मुख्यमंत्री ने जिया और अहाना की इस पुनीत कार्य के लिए सराहना की है। उन्होंने बेटियों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि हमेशा दान करना चाहिए। जिस समाज से हम सब ग्रहण कर करते हैं, उसे देना भी हमारा फर्ज है।