ऊना, 18 जून:
हिमाचल अकादमी से पुरस्कृत जाने माने साहित्यकार गुरमीत बेदी ने आज हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को ज्योतिष पर लिखी अपनी शोध पुस्तक – ” एस्ट्रोलॉजी एक विज्ञान ” की प्रति भेंट की। उपमुख्यमंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री ने ज्योतिष विषय पर गुरमीत बेदी द्वारा गुरमीत बेदी द्वारा साढ़े तीन दशक तक व्यापक शोध के बाद लिखी गई अपनी पुस्तक में इसे एक साइंस साबित करने के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है , जिसमें ग्रह, नक्षत्र और खगोलीय पिंडों के बारे में बहुत सटीक गणनाएं करके प्रामाणिक जानकारियां दी गई हैं। उन्होंने कहा वेदों को ज्योतिष की छठी आंख कहा गया है और भारतीय ऋषि-मुनियों व मनीषियों ने ज्योतिष पर कई महत्वपूर्ण ग्रंथ लिख कर इस विधा को और समृद्ध किया है।
उप मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि साहित्य की विभिन्न विधाओं में सृजन के अलावा
गुरमीत बेदी ने तीन दशक के अपने व्यापक शोध के बाद अपनी इस पुस्तक में ज्योतिष को लेकर फैली अनेक भ्रांतियों का निराकरण करके इसे एक संपूर्ण विज्ञान साबित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा ज्योतिष विषय पर लगातार शोध होना चाहिए ताकि विश्व भारत की इस गौरवपूर्ण विरासत से लाभान्वित हो सके। उन्होंने इस विषय पर शोध करने के लिए गुरमीत बेदी को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वह भविष्य में भी इस विषय पर अपना अध्ययन और शोध जारी रखेंगे।
गुरमीत बेदी ने साहित्य की विभिन्न विधाओं में 9 पुस्तकें व तीन उपन्यास लिखे हैं। उन्हें हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी सहित देश-विदेश के कई पुरस्कार मिल चुके हैं और उनकी रचनाओं का कई भाषाओं में अनुवाद हुआ है। उनके कविता संग्रह - "मेरी ही कोई आकृति" का जर्मन कवियत्री रोजविटा ने जर्मनी में भी अनुवाद किया है।
गौरतलब है कि गुरमीत बेदी लंबे समय तक ऊना में जिला लोक संपर्क अधिकारी रहे हैं। उन्होंने ऊना के इतिहास और संस्कृति को संकलित करने में भी अहम योगदान दिया है।